मानव जीवन में जितना हो सके सत्य बोलना चाहिए। ऐसा करने से मानव अपने आप को रोज के छोटे- छोटे झूट से बचाकर अपने जीवन में सत्य के मार्ग पर चलकर अपनी कामयाबी हासिल कर सकता हैं बिना किसी डर और बईमानी के , आइए जानते हैं जया किशोरी जी के द्वारा।
मानव जीवन में जितना हो सके सत्य बोलना चाहिए। ऐसा करने से मानव अपने आप को रोज के छोटे- छोटे झूट से बचाकर अपने जीवन में सत्य के मार्ग पर चलकर अपनी कामयाबी हासिल कर सकता हैं बिना किसी डर और बईमानी के , आइए जानते हैं जया किशोरी जी के द्वारा।