पर्यावरण संकट के इस दौर में खेती के तरीक़ों में भी बदलाव करने की ज़रूरत पड़ने लगी है. इसमें एक बहुत ही प्रचलित प्रणाली है एग्रोफॉरेस्ट्री.
फसलों के साथ-साथ पेड़ों और झाडियों को लगाकर फ़सल और पेड़ दोनों से इसमें फ़ायदा कमाया जाएगा. तो कैसे होती है एग्रोफ़ॉरेस्ट्री? क्या इसकी चुनौतियां हैं और इससे किसानों की कितनी आय बढ़ जाएगी. इन्हीं सवालों के साथ 'Earth शास्त्र' में अमन गुप्ता बात कर रहे हैं एग्रोफॉरेस्ट्री और सस्टेनेबल फ़ार्मिंग की दिशा में काम करने वाली NGO से जुड़े अंकित झा के साथ.