
Sign up to save your podcasts
Or


देश में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं, टीवी और अखबारों की खबरों में इन चुनावों का बहुत शोर है। लेकिन कस्बे और गांव खाली हैं, यहां के लोग अपनी धीमी जिंदगी जी रहे हैं। इन्हें चुनाव से बहुत ज्यादा मतलब दिखाई नहीं देता। यहां हम बात इंदौर के नजदीक बसी महू तहसील के तहत आने वाले मानपुर टप्पे की कर रहे हैं।
यह सीट धार महू लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है, धार जो कि आदिवासी बाहुल्य जिला है और महू जो इंदौर की तहसील है लेकिन यहां आदिवासी आबादी काफी है।
सांसद का चुनाव महज़ एक औपचारिकता नजर आता है क्योंकि जनता को हर तरह से समझाया जा रहा है कि वे दरअसल अपना प्रधानमंत्री ही चुन रहे हैं, सांसद नहीं,
ऐसे में किसी बड़े नेता की लोकप्रिय छवि से हासिल हो सकने वाली की आसान जीत की उम्मीद में कई राजनेताओं ने अपने इलाकों में जाना ही छोड़ दिया है औऱ जनता उन्हें केवल अखबारों तथा मोबाइल औऱ टीवी की स्क्रीन पर ही देखती है।
By Story of Betel farmersदेश में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं, टीवी और अखबारों की खबरों में इन चुनावों का बहुत शोर है। लेकिन कस्बे और गांव खाली हैं, यहां के लोग अपनी धीमी जिंदगी जी रहे हैं। इन्हें चुनाव से बहुत ज्यादा मतलब दिखाई नहीं देता। यहां हम बात इंदौर के नजदीक बसी महू तहसील के तहत आने वाले मानपुर टप्पे की कर रहे हैं।
यह सीट धार महू लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है, धार जो कि आदिवासी बाहुल्य जिला है और महू जो इंदौर की तहसील है लेकिन यहां आदिवासी आबादी काफी है।
सांसद का चुनाव महज़ एक औपचारिकता नजर आता है क्योंकि जनता को हर तरह से समझाया जा रहा है कि वे दरअसल अपना प्रधानमंत्री ही चुन रहे हैं, सांसद नहीं,
ऐसे में किसी बड़े नेता की लोकप्रिय छवि से हासिल हो सकने वाली की आसान जीत की उम्मीद में कई राजनेताओं ने अपने इलाकों में जाना ही छोड़ दिया है औऱ जनता उन्हें केवल अखबारों तथा मोबाइल औऱ टीवी की स्क्रीन पर ही देखती है।