Hello, नमस्ते, प्रणाम! Banarasi के इस पॉडकास्ट पर आपका और हमारे अपनों का बहुत बहुत स्वागत है। 🙏 आज 14 अप्रैल 2022 है। काशी की 1000 कहानियो में से 65 वीं कहानी आपके पॉडकास्ट पर हाजिर है। हमारे बचपन में और तब तक जब तक मोदी जी बनारस के सांसद नहीं बने और उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर को वृहत्तर रूप देने वाले सपने की बात नहीं सोची थी तब तक हम भी का गुरु सब ठीक! हाँ गुरु सब ठीक! वाले मिजाज में घूमते रहे। हमे भी यही लगता रहा की बाबा का मंदिर है। बस मंदिर हम भी सोचते रहे की इतना मंदिर क्यों है बनारस में। एक समय हम नास्तिक भी रहे। सच्ची बच्चे थे। कभी कोई बताया ही नहीं कि वो जो काशी को पवित्र कर रही वो केवल नदी नहीं है वो मां है। काशी के कोने कोने में जो शिवलिंग है वो प्रतिरूप है महादेव का। किसी ने बताया ही नहीं के हमारे मोक्ष का द्वार पर हम खड़े हैं। वो मणिकर्णिका घाट जहां दूर देश से लोग मुक्ति के लिए आते हैं। कभी किसी ने नहीं बताया। यही हमारी पीढ़ी की समस्या है। इसलिए जब मुझे मेरा होना समझ आया तब मैंने तय किया कि इस काशी और इसके होने के महात्व को और सनातन धर्म को अगली पीढ़ी और अपनी पीढ़ी के लोगों तक पहुंचाएंगे। इसलिए अपने पुनर्जागरण के बाद हमने यह कार्य शुरू किया। अब काशी मेरे लिए केवल शहर नहीं है वो हमारी जननी है। महादेव उसके राजा है हम उनकी प्रजा और भक्त हैं। काशी के प्राचीन जीवन की 1000 कहानी सुनाने में हमे जो मज़ा और आनंद आ रहा है। उतना जीवन में कभी नहीं आया। आज ज्ञान व्यापी कुआ की कहानी सुनिए। मोदी जी के काशी कॉरिडोर प्रोजेक्ट ने हमे काशी के जिवंत होने और उसके उन तमाम रहस्य को जानने को उत्साहित कर दिया। हमारी पीढ़ी और उसके पहले वाले लोग जिस रस का पान करते हुए जीवन जिए वही बनारस यानी काशी यानी वाराणसी को हर तह पर जानना और समझना जरूरी है। ना केवल भारत के लिए ब्लकि दुनिया के लिए। हमारे धर्म और ज्ञान को नष्ट करने के लिए बड़े चक्रव्यूह रचे गए। पर सांच को आंच ही क्या? यानी सत्य सदैव स्थायी होता है। बस उसे ढूढ़ने और उजागर करने का तरीका बदल जाता है। ये अपने इतिहास को जानने की जिज्ञासा है। ईश्वर से जुड़ने की स्थायी व्यवस्था से लोगों को एकाकार करने का प्रयत्न है। अभी मैंने वेदांत दर्शन पढ़ा जिसमें ब्रम्ह को सत्य बताया गया है। उससे ही दुनिया के निर्माण होने की उस इच्छा को बताया गया है। बहुत थोड़ा जाना है अभी समुद में उतरना बाकी है। आप भी अपने अन्तर्मन में जाओ पूछो खुद से वही सब प्रश्न के उत्तर मौजूद हैं। बस स्थिर होकर बैठना है एक जिज्ञासु छात्रः की तरह अवचेतन मन सब बतायेगा। हूं सब मैं ही नहीं बताऊँगा मैं तो केवल कहानी सुनाने वाली हूं सूत्रधार तो कोई और हैं। तो बाबु moshaia चलो काशी शहर की यात्रा पर उसे जानो और खुद को खोजों कहीं वही तुम्हारा घर तो नहीं। स्टे tune dear brothers and sisters। let tarvel together। you know वॉट इंडिया mythology is time travel guide। drop your mind in home because on the trip of kashi in my story you need only believe and emotion to understand indina culture and धर्मा and way of life। pack your imagination, desire to know untold story of kashi: ancient city of india and first and last civilazation of world। actully live city of century । want to know how। listen your फ्रेंड banarasi singh only on anchor, sportify , apple podcast and Google podcast many more platform।