तोहफ़े लेना तो सबको अच्छा लगता है। पर तोहफ़े देना? यह तो सबसे अच्छा प्यार बाँटने वाला रिवाज है! जब मल्ली के मामा का परिवार गाव आया था तो उसने बहुत सारी चीजें दी थी। अब वह शहर जा रही है। क्या वे भी उसे कुछ देंगे? कहानी सुनिए और इस छुट्टियों के मौसम में अपने भाई - बहनों के लिए अपने हाँथों से तोहफ़े बनाइए और प्यार बाँटिए!