जब मधुमकि्खयों ने गौरी की बालकनी में एक बहुत बडी काॅलोनी - सी बना ली, तो उसकी माॅं ने एक मधुमक्खी - विशेषज्ञ, यानी एक मधुमक्खी मास्टर, रमैय्या जी को मदद के लिए बुलाया।रमिय्या जी ने गौरी और उसकी माँ को बताया कि मधुमक्खियों को मारने कि ज़रूरत नहीं है। ज़रूरत है उन्हें ऐसी जगह पहुँचाने की जो हमारे किए भी सुरक्षित हो और मधुमक्खियों के लिए भी। सभी प्राणियों को अपनी अपनी रहने की जगह प्यारी होती है। हमें इसकी कदर करनी चाहिए और सबकी सुरक्षा करनी चाहिए। चलिए सुनते हैं एक बेहतरीन कहानी।