खाटू मंदिर में श्री श्याम बाबा के नाम से पूजे जाने वाले असल में महाभारत कालीन बर्बरीक हैं जो भीम के पोते और घटोत्कच के बेटे थे। महाभारत के समय उनके बलिदान से प्रसन्न होकर श्री कृष्ण ने उन्हें वरदान दिया था कि वे कलियुग में श्याम के नाम से पूजे जायेंगे और सच्चे मन और प्रेमभाव से उनकी पूजा करने वाले की सभी मनोकामना पूर्ण होगी। बर्बरीक ने अपना शीश दान किया था अतः उन्हें शीश के दानी भी कहते हैं।