स्त्रियों के प्रेम, समर्पण और त्याग की भावना के साथ ही कुछ अनकहा भी होता है उनके जीवन में, जिसे वह कभी व्यक्त नहीं कर पाती और पूरी शिद्दत के साथ ताउम्र अपनी जिम्मेदारियों को निभाती हैं। यह कहानी तरसेम कौर के द्वारा लिखी गई है जिसमें स्त्री जीवन के मर्म को उजागर करने की कोशिश की गई है।