माँ एक शब्द नही हैं ।इसके पीछे बहुत त्याग,प्यार,मेहनत, कुर्बानी छीपी हैं।इसे सिर्फ एक शब मत समझना ,इस शब्द को सम्मान देना।भगवान के बाद यही शब्द पूजनीय हैं।
माँ एक शब्द नही हैं ।इसके पीछे बहुत त्याग,प्यार,मेहनत, कुर्बानी छीपी हैं।इसे सिर्फ एक शब मत समझना ,इस शब्द को सम्मान देना।भगवान के बाद यही शब्द पूजनीय हैं।