रामकथाकी सोलह कलायें। यह सर्वगुणसम्पन्न है। कलियुग की कामधेनु है, कल्पवृक्ष है, चिन्तामणि है। रामकथा जहां होती है वहां यमदूत नहीं जाते। रामकथा धरती पर अनादिकाल से प्रवाहित होने वाली अमृत की नदी है। राम और सीता ने भी रामकथा सुना था। वनवास के लिये प्रस्थान करते समय अध्यात्म रामायण में सीताजी श्रीराम से कहती हैं कि, बहुत से रामायण हम लोगों ने सुना है, बताइये क्या किसी में विना सीताके रामजी वन में गये हैं ?