काशी में मरने वाले जीवको शंकरजी राम मंत्र देकर मुक्त कर देते हैं। श्रीरामोत्तरतापिन्युपनिषद के अनुसार, शंकरजीने यह वरदान एक हजार मन्वंतर तक तप करनेके फलस्वरूप श्रीरामसे प्राप्त किया। इस उपनिषद में वर्णित 47 मंत्रों वाले श्रीरामके दिव्य स्तोत्र का वाचन।