गूढ़ बातों को भी आसान शब्दों में सहज अभिव्यक्ति की मुखरता देने वाले भवानी प्रसाद मिश्र उन कवि और साहित्यकारों में एक हैं, जो आपातकाल के विरोध में बेखौफ उठ खड़े हुए थे। उन्होंने अपना कुछ वक्त फ़िल्मी दुनिया में भी बिताया यही कारण है कि आज भी उनका सादगी भरा शिल्प कवि और साहित्यकारों को अपनी ओर खींचता है।