दुनिया भर में व्यापार के लिये भारत ने भले ही ज़मीन के ज़रिये या समुद्र के रास्ते मार्ग खोजे हों लेकिन मध्य एशिया में आसानी से घुसने का सबसे छोटा रास्ता चाबहार बंदरगाह ही है. भारत के लिये इस रास्ते के विकसित हो जाने का सीधा अर्थ है कि रूस,अफ़ग़ानिस्तान,पूर्वी यूरोप सहित खाड़ी देशों में व्यापार की राह आसान हो जाएगी. लेकिन पिछले दिनों ऐसा क्या हुआ कि चाबहार परियोजना भारत के हाथ से निकलती दिख रही है? क्या है चाबहार परियोजना और कैसे ये भारत के लिये जैकपॉट साबित हो सकती है जानिए इस पॉडकास्ट में.