कोई जादू है शायद चित्र रुकना भूल गए हैं, तरह तरह के जानवर चित्रपट पका रहे थे, जा रहे थे और रुक नहीं रहे थे। पिता और पुत्र दोनों ही बहुत अचंभित थे। यकीन नहीं हो रहा था कि चित्र चल भी सकते हैं। देखते देखते चलचित्र प्रदर्शन पूरा हो गया पर पिता का मन भरा नहीं और चलचित्र में अटक गया। 30 अप्रैल 1870 को जन्मे फाल्के ने राजा हरिश्चंद्र बनाकर भारतीय सिनेमा का आगाज कर दिया। उससे पहले उनकी नींद उड़ गई थी आंखें खराब हो गई थी और जुनून था कि शुद्ध भारतीय चलचित्र बनाना है और वह सफल हुए।