ऑलिव रिडले, कछुओं की सबसे छोटी प्रजातियों में से एक है. ये कछुए लाखों की संख्या में हर साल ओडिशा के समुद्र तट पर अंडे देने के लिए क़रीब 9 हज़ार किलोमीटर का सफ़र तय करके आते हैं. इनके आने पर सरकारें और वाइल्ड लाइफ़ एजेंसियां इन्हें बचाने की ख़ास तैयारियों में लग जाती हैं. 'Earth शास्त्र' के इस एपिसोड में इन्ही कछुओं के बारे में अमन गुप्ता बात कर रहे हैं वाइल्डलाइफ़ इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया में साइंटिस्ट डॉ. सुरेश कुमार के साथ.