क़ैद हैं ना काफ़ी दिनों से घर में? चलिये मेरे साथ, एक सफ़र पर, जहां बस आखें बंद कर के आप खुद को किसी और में जी लेंगे, और उस क़ैद से खुद को आज़ाद पाएँगे !
क़ैद हैं ना काफ़ी दिनों से घर में? चलिये मेरे साथ, एक सफ़र पर, जहां बस आखें बंद कर के आप खुद को किसी और में जी लेंगे, और उस क़ैद से खुद को आज़ाद पाएँगे !