फ़ैज़ एक ऐसे शायर हैं जिनके लिखे लफ़्ज़ों को आप अपनी रूह के करीब महसूस करते हैं। कई बार इनके लिखे शेर आप चुप चाप गुनगुना लेते हैं कई बार तेज आवाज़ में कहना चाहते हैं। फ़ैज़ तो बस फ़ैज़ हैं।
फ़ैज़ एक ऐसे शायर हैं जिनके लिखे लफ़्ज़ों को आप अपनी रूह के करीब महसूस करते हैं। कई बार इनके लिखे शेर आप चुप चाप गुनगुना लेते हैं कई बार तेज आवाज़ में कहना चाहते हैं। फ़ैज़ तो बस फ़ैज़ हैं।