पाश्चात्य देशों में मजदूरों द्वारा पहनी जाने वाली जीन्स आज कल के फ़ैशनेबल लोगों की पहली पसंद बन चुकी है . संस्कारी नेता गाहे बगाहे इसकी आलोचना करते रहे हैं . इसके नए अवतार फटी जीन्स पर कुछ ज़्यादा ही आक्रामक हैं . देखते हैं खोट गयी जीन्स में है या फटे सोच में