एनर्जी या पॉवर के लिए बैट्रीज़ पर हमारी निर्भरता आए दिन बढ़ती ही जा रही है. फ़ोन, ई-व्हीकल्स से लेकर बहुत से उपकरण आज बैट्रीज़ से चल रहे हैं. हम सोच रहे हैं कि बैट्रीज़ के ज़रिए हम पर्यावरण बचा लेंगे लेकिन कहीं वो उल्टे पर्यावरण के लिए घातक तो साबित नहीं होंगी? बैट्रीज़ की रिसाइक्लिंग प्रोसेस क्या है? क्याभविष्य में बैट्रीज़ बनाते रहने के लिए पर्याप्त कच्चा माल है? ऐसे कई सवालों के साथ 'Earth शास्त्र' के इस एपिसोड में अमन गुप्ता बात कर रहे हैं Toxic Links के एसोसिएट डायरेक्टर सतीश सिन्हा से.