दिमाग में बाद के लिए कुछ न रखें, उम्मीद भरे सिग्नल देते रहें
प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक विलियम जेम्स का कहना था, किसी भी शंका भरे काम की शुरुआत में हमारा विश्वास वह चीज है, जो उस काम में हमें सफलता दिलाती है। विश्वास करना सीखना सबसे महत्वपूर्ण है। यही किसी भी काम में सफलता हासिल करने के लिए मूलभूत तत्व है। जब आप सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करते हैं तो अपने मस्तिष्क में एक चुंबकीय शक्ति उत्पन्न करते हैं, जो आकर्षण के नियम के अनुसार सर्वश्रेष्ठ को आपकी ओर आकर्षित करती है।
सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करने का मतलब है कि आप अपने पूरे दिल से किसी चीज को हासिल करने की कोशिश करते हैं। लोग जीवन में इसलिए असफल नहीं होते क्योंकि वे पूरे दिल से काम नहीं करते। उन्हें पूरे दिल से सफलता की उम्मीद नहीं होती। दूसरे शब्दों में कहें तो आप जो भी कर रहे हों, उसमें समर्पण भाव से अपने आपको झोंक दें। कुछ भी बचाकर न रखें। एक प्रसिद्ध कनाडायी एथलेटिक कोच एस पर्सावल कहते
हैं कि ज्यादातर लोग चाहे वे एथलीट हों या ना हों, वे कुछ न कुछ रिजर्व में रखते हैं। वे समय आने पर अपना शत-प्रतिशत नहीं देते। इसके चलते ही सफलता से वंचित रह जाते हैं। शोध से पता चलता है कि विचार भी हमारे क्रियाकलापों की ही तरह दिमाग को निर्देश देते हैं। फिर ये मानसिक छवियों मस्तिष्क में कई प्रक्रियाओं जैसे ध्यान, धारणा, योजना और स्मृति आदि को प्रभावित करती हैं। मतलब अगर सकारात्मक रहकर विश्वास से कल्पनाएं की जाएं, तो दिमाग को उस तरह के निर्देश मिलना शुरू हो जाते हैं। सकारात्मक सोच की शक्ति किताब से