दोस्तों इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती हैं कि हमें भगवान को बहुत महंगे महंगे चढ़ावे चलाने की जरूरत नहीं है अगर भगवान को कुछ देना ही चाहते हो तो किसी जरूरतमंद की समय पर मदद की जाए क्योंकि सत्य यही है कि भगवान जरूरतमंद की जरूरत है अतः किसी भूखे को खाना खिला दे और भगवान को प्राप्त करें धन्यवाद धन्यवाद और धन्यवाद