हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बेटा डॉक्टर बने, इंजीनियर बने, पुलिस इंस्पेक्टर बने...पर सब बन कहां पाते हैं. वक्त और हालात इंसान को बदल देते हैं. ऐसे ही एक साहब हैं कानपुर में नाम है संजीव कुमार. बचपन से ख्वाहिश थी दरोगा बनने की लेकिन नहीं बन पाए. उन्होंने फिर दरोगा बनने के लिए क्या जुगाड़ लगाया. सुनिए ‘भौंचक’ में.