
Sign up to save your podcasts
Or
न॒हि त्वा॒ रोद॑सी उ॒भे ऋ॑घा॒यमा॑ण॒मिन्व॑तः। जेषः॒ स्व॑र्वतीर॒पः सं गा अ॒स्मभ्यं॑ धूनुहि॥ - ऋग्वेद (1.10.8)
पदार्थ -
------------------------------------------------------------
(भाष्यकार - स्वामी दयानंद सरस्वती जी)
(सविनय आभार: www.vedicscriptures.in)
--------------------------------------------------------------
हमारे पॉडकास्ट का अनुसरण करें:
Spotify - https://spoti.fi/3sCWtJw
Google podcast - https://bit.ly/3dU7jXO
Apple podcast - https://apple.co/3dStOfy
Whatsapp पर प्रतिदिन पॉडकास्ट के एपिसोड प्राप्त करें: https://chat.whatsapp.com/CYWFBJR4ZId7tLCE1AKxwc
Telegram पर प्रतिदिन पॉडकास्ट के एपिसोड प्राप्त करें: https://t.me/+yqO2v2CET0o1OGRl
-------------------------------------------
हमसे संपर्क करें: [email protected]
--------------------------------------------
न॒हि त्वा॒ रोद॑सी उ॒भे ऋ॑घा॒यमा॑ण॒मिन्व॑तः। जेषः॒ स्व॑र्वतीर॒पः सं गा अ॒स्मभ्यं॑ धूनुहि॥ - ऋग्वेद (1.10.8)
पदार्थ -
------------------------------------------------------------
(भाष्यकार - स्वामी दयानंद सरस्वती जी)
(सविनय आभार: www.vedicscriptures.in)
--------------------------------------------------------------
हमारे पॉडकास्ट का अनुसरण करें:
Spotify - https://spoti.fi/3sCWtJw
Google podcast - https://bit.ly/3dU7jXO
Apple podcast - https://apple.co/3dStOfy
Whatsapp पर प्रतिदिन पॉडकास्ट के एपिसोड प्राप्त करें: https://chat.whatsapp.com/CYWFBJR4ZId7tLCE1AKxwc
Telegram पर प्रतिदिन पॉडकास्ट के एपिसोड प्राप्त करें: https://t.me/+yqO2v2CET0o1OGRl
-------------------------------------------
हमसे संपर्क करें: [email protected]
--------------------------------------------