बहुओं की नज़र माँ के बक्से पर बनी रहती थी जो कभी कभी ही खुलता था। बच्चों की जिज्ञासा भी दादी माँ के ...बक्से के प्रति हमेशा बनी रहती थी...जिसके बारे में पूछने पर भी न बताती थीं दादी...आखिर ऐसा क्या था उस बक्से में..जब खुला ये तो सबकी आँखें भी खुली रह गईं.....सुनिए चक्रव्यूह कहानी संग्रह की आडिओ कहानी दादी माँ का बक्सा...