शांति के सूत्र
किसी चीज में शामिल हुए बिना सुधार नामुमकिन है
प्रबंधन का सिद्धांत अपनी जिम्मेदारियों और सौंपे गए कार्य पर ध्यान केंद्रित करने पर आधारित है, चाहे वे जो भी हों। आप अपने स्टीफन आर कवी कर्तव्य पर इस विख्यात लेखक तरह केंद्रित रहें कि उसका दायरा व्यापक हो जाए- अर्थात् आपसे जितनी आशा की जाती है उससे अधिक काम करें। उदाहरण के तौर पर, एक पति होने के नाते आप अपनी पत्नी के लिए एक उदार व समझदार साथी बनने, बच्चों के लिए आदर्श पिता बनने की जिम्मेदारी पर स्वयं को केंद्रित करें। किसी परिस्थिति को बेहतर बनाने के लिए पहले आपको बेहतर बनना होगा। सामने वाले का दृष्टिकोण बदलने के लिए आपको अपना दृष्किोण बदलना होगा। अधिक आजादी पाने के लिए आपको ज्यादा
जिम्मेदार और अनुशासित बनना होगा। बच्चों को आज्ञाकारी बनाने के लिए अभिभावकों के रूप में आपको कुछ नियमों सिद्धांतों का पालन करना होगा। टूटे हुए रिश्तों को जोड़ने के लिए पहले हमें अपने हृदय में झांककर अपनी जिम्मेदारियों व गलतियों को खोजना होगा। एक ओर खड़े होकर दूसरों की कमजोरियों की तरफ इशारा करना आसान होता है। ऐसा करके हम सिर्फ अपने अहंकार की पूर्ति करते हैं और स्वयं को सही ठहराते हैं। हम हमारी भावनाएं नहीं हैं। हम हमारी मनोदशा नहीं हैं। हम हमारे विचार भी नहीं हैं... आत्म-बोध के द्वारा हम यह परीक्षण भी कर सकते हैं कि हम स्वय को कैसे 'देखते हैं किसी चीज में शामिल हुए बिना समर्पण की भावना नहीं आती है। इस बात को याद कर लें, इसे लिख लें, इस पर निशान लगा लें. इसके नीचे रेखा खींच लें शामिल नहीं होंगे तो समर्पण नहीं आएगा।