पुराने समय से हम बच्चों को गुरुकुल में भेजा करते थे, और वहां पर हर प्रकार की शिक्षा दी जाती थी ऐसा नहीं था कि केवल एक ही दिशा में या एक ही विषय में बताया जाता था| किंतु आज विद्यालय में केवल पुस्तक तक ही सीमित हो चुके हैं बहुत कम जगह ऐसा होता है जहां पर चहुमुखी विकास की ओर ध्यान केंद्रित किया जाता है, और देश के महापुरुषों के बारे में , गौरव इतिहास के बारे में और रचनात्मक भाव को बनाने में जिन चीजों की आवश्यकता है उनको छोड़ दिया जाता है| जैसे कि यदि हम हमारे देश में आज साफ सफाई पर जो देना चाहते हैं उसको क्रियान्वित करने के लिए बहुत जरूरी है कि बच्चों को बचपन से ही उसके बारे में जागृत करना शुरू करना चाहिए यदि हम ऐसा कर पाए तो आने वाले समय में यह सारे परिवर्तन हम अपने देश में देखने के लिए ज्यादा दिनों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा मुझे उम्मीद है हम सभी बच्चों को और अपने यहां समाज में आवश्यक बदलाव को शीघ्र से शीघ्र लेकर आएंगे चाहे उसके लिए हमें किसी भी प्रकार का योगदान देना पड़े आशा है आपको है एपिसोड पसंद आएगा और यदि किसी और चीजों की ओर हमें ध्यान आकृष्ट करना है तो कृपया बताएं| धन्यवाद !