What's up zindagi

ऊँट की कहानी (Story of a Camle )


Listen Later

सुना करते थे अब तक

रेगज़ारों में कहीं भी दूर तक

पानी नहीं मिलता

मगर इक बार जब हम

रेत के जलते हुए ज़र्रों पे नंगे पाँव चल कर

लहू बरसाते सूरज से निगाहें चार करते

पाँव में छाले सजाए

पानी के चंद एक क़तरे ढूँडते

क़दम आगे बढ़ाए जा रहे थे

लहू की तेज़ बढ़ती गर्दिशें

मद्धम से मद्धम-तर ही होती जा रही थीं

ज़िंदगी मादूम होती जा रही थीं

अचानक हैरतों में डूब कर हम ने ये देखा

इक बड़ी जादू भरी सी झील है

जिस में कि ता-हद्द-ए-नज़र

क़ौस-ओ-क़ुज़ह के रंग बिखरे हैं

उभरती डूबती लहरें

बड़ा जादू जगाती रक़्स करती

नाचती लहरें

समुंदर सब्ज़ लहरें नीलगूँ लहरें

सफ़ेद और चम्पई लहरें

और उन के भी सिवा

बड़ी ही सियाह गहरी सुर्मगीं लहरें

झील की लहरों का जादू

रूह को सरशार सा करता रहा

ज़ीस्त के ग़म का मुदावा बन गया

किनारे बैठ कर

उस झील के पानी में हम ने देर तक झाँका

ख़ुद अपने आप से मिलते रहे

ख़ुद अपने आप को पहचानने की कोशिश करते रहे

...more
View all episodesView all episodes
Download on the App Store

What's up zindagiBy Sukhnandan Bindra