वेदान्त प्रवेश- साधन चतुष्ट्य। तत्वबोधः एवं अपरोक्षानुभूतिः।
वेदान्त जिज्ञासु की अनिवार्य योग्यतायें। १. नित्यानित्यवस्तु अर्थात् आत्मा और अनात्मा का विवेचन, २. इस लोक से लेकर परलोक तक के सभी फलों से वैराग्य, ३. शमादि षट्सम्पत्तियां - शम, दम, तितिक्षा, उपरति, श्रद्धा और समाधान, ४. मुमुक्षा।
वेदान्त प्रवेश- साधन चतुष्ट्य। तत्वबोधः एवं अपरोक्षानुभूतिः।
वेदान्त जिज्ञासु की अनिवार्य योग्यतायें। १. नित्यानित्यवस्तु अर्थात् आत्मा और अनात्मा का विवेचन, २. इस लोक से लेकर परलोक तक के सभी फलों से वैराग्य, ३. शमादि षट्सम्पत्तियां - शम, दम, तितिक्षा, उपरति, श्रद्धा और समाधान, ४. मुमुक्षा।