
Sign up to save your podcasts
Or


यूँ तो यादों का कोई मौसम नहीं होता, ना ही कोई व़क्त, पर मौसम संग कुछ यादें इस कदर जुड़ी होती हैं कि मन को आगोश में लेकर बह निकलती हैं।
By AMARJIT KAURयूँ तो यादों का कोई मौसम नहीं होता, ना ही कोई व़क्त, पर मौसम संग कुछ यादें इस कदर जुड़ी होती हैं कि मन को आगोश में लेकर बह निकलती हैं।