abinasi duliha kab miliho - bhajan by Sant Kabirdas
Listen to the bhajan sung by Shri V N Shrivastav 'Bhola' by clicking here.
अबिनासी दुलहा कब मिलिहो भगतन के रछपाल !!
जल उपजी जल ही सो नेहा, रटत पियास पियास ,
मैं ठाढ़ी बिरहन मग जोहूँ , प्रियतम तुमरी आस !! टेक !!
छोड़े नेह गेह, लगि तुमसों , भयी चरण लवलीन ,
तालामेलि होत घट भीतर , जैसे जल बिन मीन !! टेक !!
दिवस नभूख