दोस्तो इस अध्याय मे बताया गया है की हमारा दिमाग हमेशा इधर उधर भटकता रहता है जिससे की हम अपने काम को अपनी पूरी ऊर्जा के साथ नहीं कर पाते है इसलिए जरूरी है की हम यहां वहां की बाते न सोचकर वर्तमान में जिए और सदैव अपना काम एकाग्रता से करे जब भी हमारा मन भटके हमे अपने आप से पूछना चाहिए की अभी मे क्या कर रही/रहा हूं जैसे ही आप खुद से ये सवाल करेंगे आप स्वयं अपने काम को एकाग्र होकर करने लगेंगे।