अमेरिकी दबाव के बावजूद पाकिस्तान ने ईरान से आने वाली गैस पाइपलाइन का उद्घाटन कर दिया. यह दिसंबर 2014 तक पूरी हो जाएगी हर देश अपने लंबे आर्थिक और ऊर्जा हितों पर ध्यान केंद्रित करता है. पाकिस्तान और ईरान ने भी यही किया. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी इसकी गंभीरता समझनी चाहिए.