Iskcon मंदिरों में मंगला के समय गुरवाष्टकम् (संसार दावानल), पञ्चतत्व मंत्र एव हरे कृष्ण महामंत्र किया जाता है और इसे मंगला आरती कहा जाता है।
मंदिर में चाहे श्रीराधा-कृष्ण के विग्रह हों या श्रीसीता-राम के, श्रीनृसिंह भगवान् हों या श्रीकृष्ण-बलराम, यही मंगला आरती की जाती है।
किन्तु वास्तव में क्या इसे ही मंगला आरती कहते हैं ? क्या सभी 500 वर्ष पूर्व से चली आ रही अखण्डित गौड़ीय वैष्णव सम्प्रदाय में इसी प्रकार मंगला आरती की जाती है ?