bhajan - hari ko nam sada sukhdai Click here to listen to the bhajan by Shri Jagannath Prasad Ji हरि को नामु सदा सुखदाई ॥ जाको सिमरि अजामिल तरियो गनिका हू गति पाई ॥ पांचाली को राज सभा में राम नाम सुधि आई ॥ ताको दुःख हरयो करुणामय, अपनी पैज बढाई ॥ जेहि नर जसु कृपानिधि गायो ता को भयो सहाई ॥ कहु नानक मै यही भरोसो आन गयो शरनाई ||