यदि आपका बच्चा भी ढाई से 3 साल का हो गया है लेकिन बातचीत नहीं करता, सबसे अलग रहना पसंद करता है। सामाजिक तौर पर संवाद नहीं कर पाता। साथ ही साथ क्या उसके बैठने का तरीका सामान्य बच्चों जैसा नहीं है? क्या वह बार-बार हाथ हिलाने जैसे मोमेंट करता है? क्या वह सामान्य रूप से आंखों से आंखें मिलाकर बातचीत नहीं कर पाता? क्या वह परिवार में ही आपस में बातचीत नहीं करता? यह सारे प्रश्नों के उत्तर हम जान पाएंगे, बच्चों के हाव भाव से अंदाजा लगा पाएंगे कि उनकी परेशानी क्या है? क्या वह ऑटिज्म बीमारी से ग्रसित तो नहीं? इस बीमारी को किस तरह से दूर किया जा सकता है। उसके प्रति कैसे सचेत रहा जा सकता है।