कहते हैं की एक इंसान के पूरे जीवन का जो सफर होता है। वह इसी श्मशान घाट पर जाकर खत्म होता है जहां से उसे मुक्ति प्राप्त होती है। जहां से वह अपने जीवन का सारा कार्यकलाप छोड़कर परमात्मा को जा मिलता है। एक थ्योरी तो यह भी है जो यह बताती है कि भाई यह शमशान घाट जो है कितना महत्वपूर्ण है, कितना पाक है कितना साफ है!!
लेकिन! श्मशान घाट का एक और भी साइड और वह साइड है, उसका हॉरर साइड आप सबने यानि की हम सब ने अक्सर कई कहानियां सुनी होंगी। कब्रिस्तान के बारे में, श्मशान घाट के बारे में, ब्यूरियल ग्राउंड के बारे में अलग-अलग धर्म, अलग-अलग मान्यताएं और अलग-अलग कहानियां।
श्मशान घाट में रात को नहीं जाते। कब्रिस्तान से होकर रात को नहीं गुजरते। मैं सोचता हूं कि ऐसा क्यों है, तो बात करते हैं आज के हमारे उस श्मशान घाट के बारे में जो कि शायद पहाड़ों के बीच में जंगलों के बीच में नदियों के किनारे खो गया है।