दर्द एक शारीरिक तकलीफ है। हर दर्द का इलाज भी अलग-अलग है। मनोविज्ञान ही माध्यम है दर्द का इलाज करने का। लोग बड़ा दुख पाकर छोटे दुखों को भूल जाते हैं।मनोविज्ञान का उद्देश्य है कि आपके जो दुख हैं उससे ध्यान आपका बदलकर नई दिशा की ओर ले जाना। जिससे आप अपना दर्द भूल जाते हैं। इसीलिए कहते हैं कि हर दर्द का अपना मनोविज्ञान है।