जप तप मख सम दम व्रत दाना, बिरति बिबेक जोग बिज्ञाना
सब कर फल रघुपति पद प्रेमा, तेही बिनु कोउ न पावई छेमा III
This chaupai from Uttarkand leads to one of the gretest sequence to obtain Bhakti and motivate children to be passionate to refer Shri Ram Charit Manas from young age ! This is 6/7 chaupai selected from 130 of Uttarkand of Ram Charit Manas, to memorize and understand. This is one of the easiest way we can lead our children into Ram Charit Manas's unlimited ocean of knowledge and towards learning Science of Human relationships! Bhakti is given for granted with these chaupai swarup mantras !
यह उत्तरकाण्ड की कुल १३० में से ७ चुनी हुई चौपाईयों में से ली गई ६ ठी चौपाई है, जो बालकों को कंठस्थ करवाने हेतु चुनी है! हमारा ये निश्चित ही सौभाग्य होगा भगवान की कृपा से, के हम अधिक नही, अपितु कम से कम पाँच चौपाई ही बालकों को याद करवा दें हर कांड से ! अधिक समय किसी के नही है, इस अहसास के साथ, हम मात्र एक चौपाई को ले कर एपिसोड मात्र ५-८ मिनट में पूरा कर रहे है, अर्थ सहित अपनी अल्प बुद्धि से, इसीलिए आपसे करबद्ध प्रार्थना है, इन्हे कंठस्थ बच्चों को अवश्य करवाए ! भगवत प्रेम तो उपजेगा ही बच्चों में इन चौपाईयों के बल से, यह हमारा अटल विश्वास है! जय सिया राम
Kripa, Kripanubhuti, Ram Charit Manas, Bhagwan Shri Ram,
Shri Kakbhushundiji Maharaj, Garudhji Maharaj
कृपा, कृपानुभूति, रामचरित मानस, भगवान श्री राम, श्री काक भुशुंडीजी महाराज, गरुढ़ जी महाराज