प्रकृति में प्रतिनित्य फूल खिलता है, सूरज निकलता है, हवा बहती है। प्रकृति उत्सव मानती है, पक्षी चहचहाते हैं, ये उत्सव है। जीवन को ऐसे ही उत्सवमयी बनाये रखना है हमें, यही संदेश है!
Learn more about your ad choices. Visit podcastchoices.com/adchoices
Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoices