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लाल रंग की साड़ी पहने और माथे पर सिंदूर लगाए जब वो सड़क पर निकलती, तो मूंछों को ताव देते मर्द भी बगले झांकने लगते थे। दिन भर कोई सस्ता पान मसाला चबाती रहती थी और यहां-वहां पिचिक से थूकती जाती। जब मुंह में मसाला नहीं होता, तब भारी-भारी गालियां होती थीं। विवेक जेटली की आवाज़ में सुनिए दिलीप कापसे की यादों से निकला एक मज़ेदार लेकिन दिमाग़ हिला देने वाला क़िस्सा। #KissaBazaar #HindiStory #VivekJaitly #DilipKumarKapse #Kamla #StoryTeller #StoryTelling #HindiStoryTelling #NewStories #StoriesByDilipKumarKapse #StoryTellerVivekJaitly हमारे साथ जुड़ने के लिए Subscribe करें हमारा चैनल #kIssaBazaar और अगर आपको ये वीडियो पसंद आया हो तो Like, Comment, Share ज़रूर करें।
लाल रंग की साड़ी पहने और माथे पर सिंदूर लगाए जब वो सड़क पर निकलती, तो मूंछों को ताव देते मर्द भी बगले झांकने लगते थे। दिन भर कोई सस्ता पान मसाला चबाती रहती थी और यहां-वहां पिचिक से थूकती जाती। जब मुंह में मसाला नहीं होता, तब भारी-भारी गालियां होती थीं। विवेक जेटली की आवाज़ में सुनिए दिलीप कापसे की यादों से निकला एक मज़ेदार लेकिन दिमाग़ हिला देने वाला क़िस्सा। #KissaBazaar #HindiStory #VivekJaitly #DilipKumarKapse #Kamla #StoryTeller #StoryTelling #HindiStoryTelling #NewStories #StoriesByDilipKumarKapse #StoryTellerVivekJaitly हमारे साथ जुड़ने के लिए Subscribe करें हमारा चैनल #kIssaBazaar और अगर आपको ये वीडियो पसंद आया हो तो Like, Comment, Share ज़रूर करें।