वो दिन गए जब सरकारें चुनाव से बनती थीं. अब वो जोड़तोड़ से बनती हैं. चुनाव में बहुमत किसी भी पार्टी को मिले लेकिन नेताओं की मौकापरस्ती, पैसे का खेल और दलबदल कानून की बेचारगी मिलकर तय करते हैं कि सत्ता किस पार्टी के पास रहेगी.
आप बिलकुल ठीक समझे. मैं बात कर रहा हूं मध्य प्रदेश की जहां करीब 15 महीने पहले सरकार बनाने वाले कमलनाथ कोरोनावयरस के सहारे फ्लोर टेस्ट का इम्तेहान टाल रहे हैं और कुर्सी की जंग एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुकी है.
कथा जोर गरम है कि...
मध्य प्रदेश में विधानसभा सत्र भले ही दस दिन के टल गया लेकिन कांग्रेस सरकार के सिर पर लटक रही तलवार अब भी बरकरार है. बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आरोप है कि कमलनाथ सरकार फ्लोर टेस्ट का सामना करने के बजाए भाग खड़ी हुई.
सुनिए कथा जोर गरम नीरज गुप्ता के साथ.