कोई अपने ही घर का है जो गद्दारों में शामिल है ll Reality of world ll Ronak Parikh
हिंदुस्तान जितना वीरों का देश रहा है उतना ही जयचंदो का भी रहा है, हर काल में ऐसे गद्दार हुए है जिन्होंने अपनों को ही दगा दी है, पीठ में छुरा भोंकने वालो से भरी पड़ी है ये दुनिया Shayri ll Poetry ll True word
कोई अपने ही घर का है जो गद्दारों में शामिल है ll Reality of world ll Ronak Parikh
हिंदुस्तान जितना वीरों का देश रहा है उतना ही जयचंदो का भी रहा है, हर काल में ऐसे गद्दार हुए है जिन्होंने अपनों को ही दगा दी है, पीठ में छुरा भोंकने वालो से भरी पड़ी है ये दुनिया Shayri ll Poetry ll True word