आधुनिक विज्ञान साबित कर रहा है कि यह सारा अस्तित्व बस एक कंपन है। जहां कंपन होता है, वहां ध्वनि होनी ही है। इसलिए यह सारा अस्तित्व एक ध्वनि है।
ध्वनियों के इस जटिल संगम की मूल ध्वनियां हैं आ, ऊ और म। अगर आप इन तीन ध्वनियों का सचेत होकर और सावधानी से उच्चारण करें, तो आपके शरीर के विभिन्न पहलू सक्रिय और ऊर्जावान हो जाते हैं। यह आपके अस्तित्व की सुखदता या एक आनंदपूर्ण अस्तित्व के लिए जरूरी नींव डालता है।