पूर्व कैबिनेट मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी ब्यान में कहा गया है कि 34 सालों बाद भारत को नई शिक्षा नीति मिली है। यह मोदी सरकार के दर्जनों नए फैसलों में एक महत्वपूर्ण फैसला है। किसी भी राष्ट्र प्रदेश या परिवार की उन्नति के लिए अच्छी शिक्षा को हमेशा ही जरूरी माना गया है ,क्योंकि शिक्षा के बिना चहुमुखी उन्नति की कल्पना नहीं की जा सकती। नई शिक्षा नीति के चलते भारत के विद्यार्थी विश्व स्तरीय सफलता हासिल करेंगे। नई शिक्षा नीति के प्राथमिक शिक्षा अपनी स्थानीय भाषा में भी मिलेगी जिसमें बच्चे का संस्कृतक विकास होगा। उसके बाद बच्चे अपनी मनमर्जी के विषय से अपना व्यवसाय सामने रखकर उसी से संबंधित पढ़ाई चुन सकेंगे। नई शिक्षा नीति के व्यर्थ की पढ़ाई से परे हटकर जिस विषय में नौजवानों को अपना कैरियर बनाना है उसी पर ही जोर देने की जरूरत है।