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Hindi Novel "सीता सोचती थी ...!"
Small part from the podcast.... "सीता ने ने उठाकर राम क ओर देखा। बारह वष के अतराल के बाद वही राम थे। कुछ भी बदला नह था। बस, उह वे थोड़े दुबले से लगे। जब वे उनसे िमलने के िलये चली थ, तब पता नह िकतनी ही बात उनके मन म आ रही थ। उह महसूस हो रहा था िक इन वष म उहने िकतने भी मोह यागे ह, िकतु राम क कु शलता क िचता सदैव उनके मन म थी।
Podcast by Nannd Kumar
By Nannd KumarHindi Novel "सीता सोचती थी ...!"
Small part from the podcast.... "सीता ने ने उठाकर राम क ओर देखा। बारह वष के अतराल के बाद वही राम थे। कुछ भी बदला नह था। बस, उह वे थोड़े दुबले से लगे। जब वे उनसे िमलने के िलये चली थ, तब पता नह िकतनी ही बात उनके मन म आ रही थ। उह महसूस हो रहा था िक इन वष म उहने िकतने भी मोह यागे ह, िकतु राम क कु शलता क िचता सदैव उनके मन म थी।
Podcast by Nannd Kumar