इस एपिसोड में बताया गया है कि चंपत राय और रानी सारंधा जब ओरछा पहुंचते हैं, तो ओरछा के भाग जाग जाते हैं और इसी तरीके से दिन बीतने लगते हैं तभी शाहजहां बीमार पड़ते हैं शाहजहां के बीमार पड़ने के बाद उनके शत्रु लोग इसी धाक में बैठे रहते हैं कि कब दिल्ली पर आक्रमण कर सके, शहजादे मुराद और मुहीउद्दीन ने चंपत राय से मदद मांगी, चंपत राय ने रानी सारंधा से पूछा हमें क्या करना चाहिए रानी सारंधा ने कहा हमें उनकी मदद करनी चाहिए, युद्ध हुआ, युद्ध में हार होते देख एक सेना ने हारे हुए युद्ध को जीत में बदल दिया, यह सेना और किसी की नहीं यह सेना रानी सारंधा की थी।