- RSS (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ)
RSS एक भारतीय राष्ट्रवादी संगठन है, जिसकी स्थापना 1925 में डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय समाज में राष्ट्रवाद और हिंदू संस्कृति को बढ़ावा देना है।
RSS के मुख्य सिद्धांत:
1. हिंदू राष्ट्रवाद
2. राष्ट्रीय एकता
3. सामाजिक समरसता
4. सांस्कृतिक पुनर्जागरण
RSS की गतिविधियाँ:
1. शाखाएँ (दैनिक बैठकें)
2. सेवा कार्य (सामाजिक सेवा)
3. शिक्षा और प्रशिक्षण
4. सांस्कृतिक कार्यक्रम
RSS के प्रमुख नेता:
1. डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार (संस्थापक)
2. माधव सदाशिव गोलवलकर (द्वितीय सरसंघचालक)
3. बालासाहेब देवरस (तृतीय सरसंघचालक)
4. मोहन भागवत (वर्तमान सरसंघचालक)
RSS का राजनीतिक प्रभाव:
1. भारतीय जनसंघ की स्थापना
2. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ संबंध
3. राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर राजनीतिक प्रभाव
RSS के बारे में विवाद:
1. हिंदूवादी विचारधारा
2. अल्पसंख्यकों के प्रति दृष्टिकोण
3. राजनीतिक हस्तक्षेप
यह जानकारी RSS के बारे में एक सामान्य दृष्टिकोण प्रदान करती है।
आरएसएस की शाखा में कई गतिविधियाँ होती हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
- *शारीरिक प्रशिक्षण*: शाखा में सदस्यों को शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसमें योग, खेल, और अन्य शारीरिक गतिविधियाँ शामिल होती हैं ¹.
- *मानसिक प्रशिक्षण*: इसके अलावा, शाखा में सदस्यों को मानसिक प्रशिक्षण भी दिया जाता है, जिसमें ध्यान, योग, और अन्य मानसिक विकास कार्यक्रम शामिल होते हैं
- *सामाजिक सेवा*: आरएसएस की शाखाएँ सामाजिक सेवा कार्यक्रमों में भी शामिल होती हैं, जैसे कि गरीबों की मदद, शिक्षा कार्यक्रम, और आपदा राहत कार्य
- *राष्ट्रवादी विचारधारा*: आरएसएस की शाखाएँ राष्ट्रवादी विचारधारा को बढ़ावा देती हैं, जिसमें हिंदू राष्ट्रवाद और भारतीय संस्कृति के मूल्यों को प्रमोट किया जाता है
- *सामुदायिक गतिविधियाँ*: शाखा में सदस्यों को सामुदायिक गतिविधियों में भी शामिल किया जाता है, जैसे कि त्योहारों के आयोजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और अन्य समुदायिक गतिविधियाँ
इन गतिविधियों के माध्यम से, आरएसएस की शाखाएँ अपने सदस्यों को शारीरिक, मानसिक, और सामाजिक रूप से विकसित करने का प्रयास करती हैं और राष्ट्रवादी विचारधारा को बढ़ावा देती हैं