माँ ❤
बडे अर्सोसे कुछ लिखना चाहा था, अल्फाज जितने लिखू उतने कम पडेंगे माँ...
आज तेरी वजह से इतना कुछ सिखा है, आगे भी तेरा नाम रोशन करेंगे माँ...
तू जानती है सब, तुझे कुछ कहने की जरूरत नही पडती,
चेहेरा देख तू भाप लती है सब और बता देती है मेरी भी गलती,
कुछ बाते है जो तुझे खायी जाती है, मै समझ पाती हु उनको,
पर तक्लीफ तेरी देख कुछ कर नही पाती, इसका अफ़सोस होता है मुझको...
माना के वो आदर्श बेटी का खिताब ना ले पाई मै, पर कोशिशें अब भी जारी है,
तेरा, साथ ,प्यार और दुआ रहे हमेशा, बस येही मेरी गुजारिश है❤