शराब आदमी को बर्बाद कर देती है। शराब का अत्यधिक सेवन एक शराबी के अंदर की मनुष्यता को खत्म कर उसे जानवर में तब्दील कर देता है। दुनिया की शैतानी ताकतों ने शायद इसे इरादे से आदमी को शराब बनाने का आईडिया दिया । एक शराब पीने आदमी यह नहीं जानता कि शराब के आनंद में वह खुद को जानवर बना रहा है। रूसी कथाकार लियो टॉलस्टॉय अपनी कहानी के जरिए यही समझा रहे हैं।