हममें से ज़्यादातर लोग पीने के पानी के लिए RO का इस्तेमाल करते हैं. शहरों में RO फिल्टर का होना एक आम बात है. लेकिन इधर कुछ समय से एनजीटी यानी नेशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल RO के उपयोग के लेकर सख़्त दिख रहा है. पिछले दिनों एनजीटी ने पर्यावरण मंत्रालय को निर्देश दिया कि वह साल के अंत तक उन जगहों पर आरओ प्यूरीफायर पर प्रतिबंध लगाने की अधिसूचना जारी करे जहां पानी में टीडीएस की मात्रा प्रतिलीटर 500 मिलीग्राम से कम है. ऐसे में सवाल यह भी है कि शहरों में जब हम 100 के आसपास के टीडीएस वाले प्यूरीफाई किये पानी को पीते हैं, क्या वह स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है? और सबसे बड़ी बात कि यह टीडीएस क्या है, जिसे लेकर यह सब निर्देश दिए जा रहे हैं. इस मामले को विस्तार से जानने के लिए सुनिये आज तक रेडियो के इस पॉडकास्ट में अंजुम शर्मा की पर्यावरणविद डॉ फ़ैयाज़ कुद्सर से बातचीत.